August 10, 2017 Hindi Shayari Hindi Shayari | सामने मंजिल थी और पीछे Hindi Shayari | सामने मंजिल थी और पीछे उसका वजूद क्या करते हम भी यारो रुक ते तो रह जाता चलते तो हमसफर रह जाता Tweet
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