Hindi Suvichar | काम करो तो एसा की पहचान बन जाये

Hindi Suvichar


काम करो ऐसा की पहचान बन जाये 

हर कदम चलो ऐसे की निशान बन जाये 


यह जिन्दगी तो सब काट लेते है 


जिन्दगी ऐसे जियो की मिशाल बन जाये 




तुम पानी जैसे बनो जो अपना रास्ता खुद बनाता है,
पत्थर जैसे ना बनो जो दूसरों का भी रास्ता रोक लेता है

हजारों दीयों को एक ही दिए से, बिना उसका प्रकाश कम किए
जलाया जा सकता है खुशी बांटने से खुशी कभी कम नहीं होती

उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है इंसान जो
घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है

हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास है
दूसरों के पास तो केवल सुझाव है

जब दुनिया यह कहती है कि हार मान लो, तब आशा
धीरे से कान में कहती है कि एक बार फिर से प्रयास करो

जब तक आप जो कर रहे है उसे पसंद नहीं करते
तब तक आप सफलता नहीं पा सकते

जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते,
कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है वो आपके लिए बेमानी है

प्रशन्नता पहले से निर्मित कोई व्हिज नही है।
यह आप ही के कर्मो से आती है

जीवन वह नही है जिसकी आप चाहत रखते है, अपितु यह तो
वैसा बन जाता है, जैसा आप इसे बनाते है

ऊंचाई की और बढ़े तो कभी भी साथियों की उपेक्षा न करे,
नीचे की और जाते समय यही साथी आपकी मदद करेंगे

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