Love Shayari

Love Shayari 


ना धान-दौलत, ना शौहरत,
और ना वही-वो चहीये,
कैसे हो? कहन हो?
बस में करो शबडन की परवा चही

तुमहारे एहसस के खुश्बू
मेरे रोम-रोम में समाए हैं,
अब तुम हाय बत्तो,
की इस्की क्या सी सवई है?


इश्क में तन्हाई हो जाती है,
इश्क में बेवफा हो गयी है,
तू थम कार से देख हाथ मेरा, चले चलेगा,
की इश्क़ में सचाई है होति है

हूं मुख्य तुमहारे हाय पस में,
जरा खयाल करके देख लो,
निगाहों में अपनापन,
दिल का इस्तिमाल कर के दे लो

वो प्यार है क्या
की जिस्म कोई उसकी हो…
अगार है तुम प्यार से,
बस-होआब हो

दिल का क्या कहलाता है गुलाबा यूका था,
राटन की नेड में ख्वाब यूका था,
किटना प्यार करे हो जाब पूछे हमसे,
मर जाउंगी तुम्हारें बीना जवाब uska था

छूपा ले हम हम दोसरे को अपना अवघोष है तरा,
क्या है ना भार्गव पाँय,
हो जायेंगे माधोस एक दोसरे के मुहब्बत में कदर है,
की होश में आया कोई प्यार से

वो समाय वो पल कुच्छ अज़ीब हॉग,
क्या दूनिया जाब हम खुशनसीब हेंब,
डोर होन जो जो इना यद कटता है हम अपना,
क्या हुआ जाब आप मेरे क्या हीबोंगे

चहु से नाम लख दोउ हमका हरनि शायरी के साथ
लेकिन फेर सोचता हँ की
बहूत भोली है मेरी जान, कहिन बदनाम न हो जाए

बहुत अछि हंसी थी कबी हमारी,
मग जाब से फासा हूं जाल में,
अनसे शर्माने का तुझे सलाम,
की अब हम रक् र कर है

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